दुग्ध सहकारी समितिMilk cooperative society
दुग्ध सहकारी समिति के माध्यम से अपने गाव में रहकर आप एक रेकरिंग रेवेन्यू मॉडल जनरेट कर एक अच्छी आय का स्रोत स्थापित कर सकते है इसके लिए आपको ना ही ज्यादा Investment करने की जरूरत होगी ना ही ज्यादा मेहनत hard work की जरूरत होगी ।
भारत में सुध दूध का उत्पादन सिर्फ गावो में ही होता , सुध दूध का मतलब है बिल्कुल आर्गेनिक Absolutely organic, यानी हमारे पशुवो के खाद्य पदार्थ रख रखाव संबधित प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल होना , बड़े बड़े डेरी फॉर्मर पसुवो से ज्यादा दूध निकालने के लिए केमिकल युक्त दाना,कैल्सियम,मिनरल, का इस्तेमाल कर के हमारी सेहत एवम् पासुवो की सेहत से खिलवाड़ करते है,
गावो का सुध दूध ग्रामीण किसान संसाधन के आभाव में सहरो तक नहीं पहुंचा पाता है, जिसके कारण किसान को उसके दूध का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है ,इसके चलते गाव के बिचौलिए हमारे भोले भाले किसानों को लूटने में कामयाब रहते है।
इसलिए अभी इस छेत्र में युवा किसानों को आगे आकर अपने गावो में दुग्ध सहकारी समिति खोल कर अथवा सोसायटी का गठन करके किसानों की आय को बढ़ाना होगा ,आखिर हम कबतक सहरों की तरफ पलायन करते रहेंगे ,अभी आपने देखा होगा इस कोरोना काल में प्रवासिय मजदूरों के साथ कैसी कैसी घटनाए हुई इन घटनाओं से आप वाकिफ होंगे इसलिए मै इसके तह में नहीं जाऊंगा।
दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति खोलने की प्रक्रिया Procedure for opening milk production cooperative society
दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति खोलने के लिए पहले आपको अपने गांव छेत्र का मुआयना करके यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके गाव सहर में कितने पशुपालक भाई आपके द्वारा खोले जाने वाले समिति को अपना सहयोग करेंगे अथवा समिति खोलने के बाद कितने क्वांटिटी में दूध संग्रह हो पाएगा।
इसके उपरांत दुग्ध सहकारी समिति के लिए अपने देश की पापुलर कंपनी सुधा मिल्क ,अमूल मिल्क , पराग मिल्क, जैसी महत्वपूर्ण कंपनी के ऑफिस भिजिट करना होगा तथा अपने छेत्र के दुग्ध उत्पादन कैपिसिटी के बारे में वाहा के प्रबंधक को समझाना होगा ,प्रबंधक की अनुमति के त्त पश्चात आपके छेत्र का मुआयना कंपनी के चुनिंदा फिल्ड अपसरो के द्वारा किया जाएगा ।
दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति खोलने के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश Important instructions for opening milk production cooperative society
01 दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति खोलने के लिए आपके गाव की आबादी एवम् पशुपालकों की आबादी अच्छी होनी चाहिए।
02 आपके आसपास अथवा गाव में , जिस कंपनी में आप अप्लाई कर रहे है उस कंपनी का पहले से कोई समिति नहीं होनी चाहिए।
03 आपके पास बेसिक कैपिटल (पूंजी) मिनिमम 15000 रुपए का होना चाहिए।
04 बेसिक स्टार्टिंग के लिए कम से कम दस किसान होने चाहिए।
दुग्ध सहकारी समिति में होने वाले मुख्य कार्य Main tasks to be done in milk cooperative society
दुग्ध सहकारी समिति का मुख्य कार्य अपने छेत्रिय किसानों से दूध संग्रह कर तथा ,अच्छी गुणवत्ता को ध्यान में रख कर कंपनी के जितने भी पैर मीटर है उसके अनुरूप दूध का कलेक्शन करना होगा ,जिसमें फैट,एसएनएफ,दूध का वजन, दूध में इस्तेमाल होने वाले उपकरण का नियमित साफ सफाई करना होगा जिससे हमारी तथा हमारी कंपनी को कोई नुकसान ना हो सके ।
समय समय पर किसानों से बात चीत भी करना होगा ,ताकि कोई किसान किसी बिचौलिए के चक्कर में ना पड़ जाए इसका भी जागरूकता फैलाना होगा हमेशा किसानों कि भलाई एवम् आय ब्रीधी की जानकारी तथा पसूवो की देख भाल ठीक ढंग से हो रही है कि नहीं इसका भी inspection karna hoga
अभी भारत सरकार द्वारा किसानों के संदर्भ में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बहुत सारी योजनाएं लागू कर रही है क्यो की कोविड-19 महा मारी की वजह से देश में आर्थिक मंदी चरम पर पहुंच चुकी है देश में आए दिन बेरोजगारी दर बढ़ती जा रही है।
इसलिए अभी से हमें अपने आप को जागरूक करना होगा तथा मोदी जी के भोकल &लोकल मंत्र को अपना हथियार बनाना होगा।
थैंक्स