दृढ़ सकल्प

दृढ़ सकल्प Firm resolution

दृढ़ सकल्प Firm resolution

कोई भी काम केवल सोचने मात्र से पूरा होजाय ऐसा सोचना ही गलत है उसके लिए दृढ़ संकल्प करना होगा कि हमें इस काम को पूरा करना ही है तभी वो काम पूरा हो पाएगा क्यों की समस्त जीवों में मानव जीव सबसे सर्व श्रेष्ठ माना जाता है।

        आज के भूतिकवादी युग में प्रतेक व्यक्ति को नाम पैसा सोहरत कामना चाहता है वह चाहता है कि उसकी गिनती सर्वश्रेष्ठ लोगो की कतार में हो तो क्या ऐसा सोचने मात्र से संभव हो पाएगा नहीं।
         उसके लिए अपने आप को संकल्पित करना होगा तब जाके कोई भी आदमी अपना कृतिमान स्थापित कर सकता है कोई भी बेयक्ती कोई कार्य करता है तो या तो सफल होता है या असफल होता है।
संसार में बहुत सारा उदाहरण है कि एक सफल आदमी जन्म से ही सफल नहीं होता उसके सफलता के पीछे उसकी सृजनात्मक सोच तथा दृढ़ संकल्प के द्वारा संभव हो पाया है
        वो भी एक आम परिवार में जन्म लिए है उनके जीवन में भी अनेकों कठिनायों ने उनका रास्ता रोका है परन्तु कुछ कर गुजरने इच्छा साक्ती उनके अंदर कुट कूट करी भारी होने के कारण ही आज वो कामयाब है।
        जो आदमी असमंजस की स्थिति में रहता वो कभी सफल नहीं हो सकता है ऐसा आदमी किसी काम के प्रति अपना निर्णय स्थापित नहीं कर पाता है ऐसा व्यक्ति किया करे किया ना करे कि दोबिधा में उलझ कर अपना बहुमूल्य समय बर्बाद करता है कमजोर इच्छा सकती मानव को कार्य करने से रोकती है उनका मन हमेशा भटकता रहता है आज के लोग यह भूल करते है कि जब वो कोई महत्वपू्ण कार्य को आरंभ करते है तो भयानक कठिनाइयों के सामने आने पर वापस निकलने का रास्ता पहले तैयार करके उस कार्य में हाथ लगाते है।
        जब तक मानव कठिनाइयों को देख कर वापस मुडने का रास्ता बंद करके आगे नहीं बढ़ेगा तबतक वो कामयाब होगा ऐसा सोचना उसका भ्रम है।
      बहुत से लोग खेती दुकानों कंपनियों में काम करने वाले लोग थोड़ी सी बिकट परिस्थिति आई ना कि पलायन की सोचने लगते है कियो की वो पलायन का रास्ता साफ रखा है भागने वाले रास्ते का पुल जलाया नहीं है।
      इसलिए मजबूत इच्छा सकती के होने के बावजूद वापस जाने का रास्ता बंद करना होगा तभी एक निर्णायक युद्ध लड़ा जा सकता  है बल्कि जीता भी जा सकता  है अन्यथा सोचना भी गलत है
धन्यवाद।

Leave a Comment